Know the mysterious ancient way of drinking water You won't believe it जानिए रहस्यमय प्राचीन तरीका पानी पीने का! आपको विश्वास नहीं होगा
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पानी पीने के प्राचीन और आधुनिक तरीके
प्राचीन तरीके:
- तांबे का प्याला: प्राचीन काल में, लोग अक्सर तांबे के प्याले में पानी पीते थे। तांबे के प्याले में पानी को स्थिरता और शुद्धता बनाए रखने के लिए माना जाता था।
- मत्स्यासन (फिश पोस्टर): योग में मत्स्यासन को एक प्रमुख आसन माना गया है, जिसमें प्राणायाम के साथ सांस लेने का विशेष महत्व दिया जाता है। यह प्राणायाम सेहतमंद जीवन के लिए फायदेमंद होता है।
- सूर्योदय के समय पानी पीना: प्राचीन ग्रंथों में सूर्योदय के समय पानी पीने का सुझाव दिया जाता है, क्योंकि यह वातावरण के साथ साथ शारीरिक और मानसिक स्थिति को भी सुधारता है।
- अपवाद पानी: कुछ आदिवासी समुदायों में, पानी को अपवाद करके या गंधित करके पीने का परंपरागत तरीका था। इससे पानी की शुद्धता बढ़ती थी और रोगों के प्रति सुरक्षा में मदद मिलती थी।
आधुनिक गलतियाँ:
- प्लास्टिक के बोतलों का इस्तेमाल: हम अक्सर पानी को प्लास्टिक के बोतलों में पैक करके खरीदते हैं, जिससे प्लास्टिक का प्रचुर मात्रा में उपयोग होता है, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकता है।
- पानी की शुद्धता की कमी: अक्सर हम नदी या झील के पानी को बिना शुद्ध किये पीते हैं, जिससे हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- पानी की सही मात्रा में पीना: हम अक्सर पानी की सही मात्रा में पीने का ध्यान नहीं रखते हैं, जिससे हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।